Free Yatharth Geeta Book : यथार्थ गीता श्री परम पूज्य अड़गड़ानंद महाराज जी द्वारा लिखी गई एक एक वर्णन है जो श्रीमद्भगवद्गीता के वास्तविक और आंतरिक अर्थ को बताती है। यथार्थ पुस्तक एक ऐसी पुस्तक है जो असल गीता के जटिल (कठिन) और दार्शनिक पहलुओं को हमे सरल भाषा में समझती है और बताती है। आज के समय में धर्म के नाम पर चल रहे रूढ़िवादी धारणाओं, अंधविश्वासों का समाधान करती है और हमें बताती है। किस तरह आप यथार्थ गीता बुक को फ्री में आर्डर कर सकते है आइये जानें।
गीता का उपदेश देते समय श्री कृष्ण की भावनाएं और संवेदनाएं क्या थी इसको जानना बहुत जरूरी है क्योंकि सभी आंतरिक भावनाओं को शब्दों में नहीं बताया जा सकता कुछ आंतरिक भावनाओं को शब्दों में बताया जा सकता है तो कुछ को शरीर के माध्यम से व्यक्त किया जाता है और बाकी कुछ भावनाओं को अनुभव किया जा सकता है। लेकिन इन सभी भावनाओं को केवल एक साधक ही होता है इस सभी भावों का अनुभव करने के लिए ज़रूरी है की जीता का ज्ञान होना चाहिए और उसके लिए गीता का होना आवश्यक है। इस आर्टिकल के माध्यम से आप जानेंगे की आखिर किस प्रकार फ्री में घर बैठे गीता बुक को आर्डर कैसे कर सकते है।
यथार्थ गीता का महत्व
Free Yatharth Geeta Book को राष्ट्रीय स्तर और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर धर्मशास्त्र के रूप में स्वीकार किया गया है। यथार्थ गीता के रचयिता परम पूज्य स्वामी अड़गड़ानंद जी महाराज को यथार्थ गीता के लिए विश्व संसद में भारत गौरव, विश्व गौरव और विश्व गुरु जैसी महान उपाधियों से विभूषित और सम्मानित किया गया है। यथार्थ गीता पुस्तक न केवल गीता को शाब्दिक अर्थ में बताती है बल्कि श्री कृष्ण की आंतरिक भावनाओं, संवेदनाओं को दर्शाती है। गीता संस्कृत भाषा में आम तोर पर मिल जाती है पर यदि हिंदी भाषा में आप प्राप्त करना चाहते है तोह बहुत आसानी से घर बैठे मुफ्त में आर्डर कर सकते है।
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Free Yatharth Geeta Book का मुख्य उद्देश्य
Free Yatharth Geeta Book का मुख्य उद्देश्य धर्म के नाम पर फैले अंधविश्वास को खत्म करना है। इस पुस्तक का लक्ष्य है कि साधक आत्मज्ञान के मार्ग पर चले और खुद को सुधार सके और सभी लक्ष्य को प्राप्त कर सके। यथार्थ गीता केवल एक पुस्तक तक ही सीमित नहीं है बल्कि यथार्थ गीता को श्री कृष्ण के आंतरिक भावों को प्रकट करने वाला एक धर्मशास्त्र भी माना जाता है। जो की सभी मनुष्यों के लिए जीवन जीने का एक सही मार्ग और ईश्वर को प्राप्त करने का ज्ञान प्रदान करती है।
- यथार्थ गीता समाज में फैली गलत प्रथाओं, अंधविश्वासों और कुरीतियों पर वार करती है और उनका सही समाधान भी पेश करती है।
- यह पुस्तक ईश्वर की प्राप्ति में आने वाली गलत कुरीतियों, अंधविश्वास और बधाओं को दूर करके सही साधन विधियों को पुनर प्रकाशित करती है।
- यथार्थ गीता का मुख्य उद्देश्य श्रीमद्भगवद्गीता का मूल अर्थ और आंतरिक भावों और संवेदनाओं को समझता है।
Free Yatharth Geeta Book को फ्री में भी प्राप्त ( Order ) कर सकते हो
यथार्थ गीता पुस्तक को फ्री में भी आर्डर किया जा सकता है वो भी बिना किसी बुक स्टोर या कही जाये , यथार्थ गीता का ज्ञान लोगों तक पहुंचने और गीता का महत्व मनुष्य को समझने के लिए बहुत सी ऐसे संस्थाएं है जो मुफ्त में गीता को हम तक पहुंचती है इसके लिए आपको कहीं जाने की भी ज़रूरत नहीं है आप केवल उनकी वेबसाइट पर जाकर अपनी बेसिक डिटेल्स के साथ रजिस्टर करके यथार्थ गीता बुक को मुफ्त में प्राप्त कर सकते है और ईश्वर प्राप्ति के मार्ग पर चल सकते है। जो व्यक्ति बिना कही जाये और पैसों की तंगी के कारन गीता बुक को खरीदने में सक्षम नहीं होते वह इस प्रकार फ्री आर्डर कर सकते है।
यथार्थ गीता की विशेषताएं
- आंतरिक भावनाओं को प्रकट करना- यथार्थ गीता पुस्तक न केवल गीता के श्लोक को दोहराती है बल्कि श्री कृष्ण की भावनाओं और संवेदनाओं को भी बताती है जिसे केवल एक सिद्ध गुरु ही समझ सकता है और अनुभव कर सकता है।
- ईश्वर प्राप्ति का मार्ग दर्शाना – यथार्थ गीता पुस्तक का मुख्य उद्देश्य धर्म कर्म के नाम पर चल रही कुरीतियों और अंधविश्वासों को दूर करके उनका समाधान करना और ईश्वर की प्राप्ति के समग्र साधन मार्ग को विधिवत पुन स्थापित करना है।
- यथार्थ गीता के रचयिता और प्रशासन- यथार्थ गीता पुस्तक परम पूज्य स्वामी अड़गड़ानंद जी महाराज द्वारा लिखी गई है और इसे 1994 में परमहंस ट्रस्ट मुंबई द्वारा प्रकाशित किया गया है।
- अंधविश्वासों को खत्म करना – पुस्तक धर्म और परंपराओं के नाम पर पनपने वाली कुरीतियों, रूढ़ियों और अंधविश्वासों को खत्म करती है और उनका समाधान करती है और उसके साथ-साथ ईश्वर प्राप्ति के सही मार्ग को दर्शाती है।
- अर्थ का सटीक वर्णन करना- यथार्थ गीता पुस्तक में गीता के श्लोक का सही और सटीक अर्थ बताया गया है।
- सार्वभौमिक धर्मशास्त्र मानना – यथार्थ गीता को सभी धर्म, सभी जातियों, सभी समुदायों, सभी देशों, और संस्कृतियों के लिए एक ईश्वरीय धर्मशास्त्र माना गया है।
यथार्थ गीता की मान्यताएं :-
- विश्व धर्म संसद से मान्यता- विश्व धर्म संसद ने हरिद्वार में आयोजित शताब्दी के अंतिम महाकुंभ के अवसर पर परम पूज्य स्वामी अड़गड़ानंद जी को भारत गौरव, विश्व गौरव तथा प्रयाग महाकुंभ में यथार्थ गीता के लिए सम्मानित किया गया और विश्व गुरु की उपाधि से विभूषित किया गया था।
- राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त करना- इस पुस्तक को इलाहाबाद के उच्च न्यायालय में एक ऐतिहासिक निर्णय के लिए विश्व स्तर पर मानव जाति के लिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय धर्मशास्त्र और मार्गदर्शन के लिए मान्यता दी है।
सारांश
यथार्थ गीता का सारांश यह है कि यथार्थ गीता आत्मा और ईश्वर के बीच के संबंध को समझाती है और मनुष्य को आत्म साक्षात्कार के लिए प्रोत्साहित करती है। जो की जीवन के सभी लक्ष्य को पूरा करने में सहायक साबित होता है।
FAQ
Free Yatharth Geeta Book किसके द्वारा लिखी गई है?
यथार्थ गीता पुस्तक परम पूज्य स्वामी अड़गड़ानंद महाराज जी द्वारा लिखी गई है।
Free Yatharth Geeta Book को आर्डर करने के लिए कही जाना होगा ?
नहीं Free Yatharth Geeta Book को घर बैठे ऑनलाइन आर्डर किया जा सकता है।
यथार्थ गीता से हमें क्या ज्ञान मिलता है?
Free Yatharth Geeta Book धर्म कर्म के नाम पर फैली कुरीतियों, अंधविश्वासों का समाधान करती है और ईश्वर प्राप्ति के मार्ग को दर्शाती है।
यथार्थ गीता को किस प्रकार आर्डर करें ?
यथार्थ गीता को आर्डर करने के लिए अपने मोबाइल से ऐसे संस्थाओं का पता करे हो मुफ्त गीता देती है।
यथार्थ गीता को आर्डर करने पर कब तक प्राप्त होगी ?
यथार्थ गीता को आर्डर करने के बाद संस्था से आप तक डिलीवर होने में 5-8 दिन तक का समय लग सकता है पर यह निर्धारित नहीं है।